सामान्य भविष्य निधि
एक साल की निरंतर सेवा के उपरांत अस्थायी सरकारी सेवक एवं सभी स्थायी सरकारी सेवक निधि में अंशदान करेंगे ।
अंशदान के लिए शर्ते
निम्नलिखित को छोड़कर, अंशदाता निधि में मासिक अंशदान कर सकेगाः-
- निलंबन की अवधि
- सेवा से सेवानिवृत्ति के चार माह पूर्व
अंशदान की ऱाशि उसकी परिलब्धियों का दस प्रतिशत से कम नहीं हो सकती तथा उसकी कुल परिलब्धियों से अधिक नहीं हो सकती।
अंशदान की राशि वर्ष के दौरान कभी भी एक बार घटाई या दो बार बढ़ाई जा सकती है।
जब अंशदाता सेवा छोड़ता/सेवा से सेवानिवृत्त होता है, निधि में उसके खाते में क्रेडिट राशि उसे और उसकी मृत्यु की स्थिति में नामांकन के अनुसार उसके परिवार/वैधानिक उत्तराधिकारी को देय होगी।
ओड़िशा सरकार द्वारा निर्धारित दर पर प्रत्येक वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन अंशदाता के खाते में निधि पर ब्याज क्रेडिट कर दिया जाता है।
अन्य दिशानिर्देश
- पूरा नाम (संक्षिप्त में नहीं) एवं सा.भ.नि. अनुसूची में वर्णित प्रत्यय(सफिक्स) के साथ) सही सा.भ.नि. खाता संख्या, को अनुसूची मे उद्धृत किया जा सकता है, अग्रिम/निकासी के स्वीकृति आदेश, सा.भ.नि. से धन आहरित करने वाले देयकों और सा.भ.नि. से संबंधि अन्य पत्राचार ।
- अनुसूची को पूरा नाम एवं सही खाता संख्या के साथ स्पष्ट रूप से मुद्रित अथवा साईक्लोस्टाईल किया और प्रतिलिपि में होने वाले भूल से बचने हेतु आवधिक रूप से बदला जा सकता है ।
- अनुसूची में खाता संख्या को आरोही क्रम में व्यवस्थित किया जा सकता है ।
- अलग सफिक्स जैसे जीए(ओ), ईडीएन(ओ) धारक अंशदाताओं के लिए अलग से पी.एफ. अनुसूचियाँ तैयार की जा सकती हैं ।
- अन्य कार्यालय से आकर कार्य ग्रहण करने अथवा से स्थानांतरित होने वाले अंशदाता के मामले में सा.भ.नि. अनुसूची के अभियुक्ति कॉलम में तथ्य का उल्लेख किया जा सकता है।
- अंशदान दर में परिवर्तन अनुसूची के कॉलम में दर्ज किया जा सकता है।
- अग्रिम की वसूली को सा.भ.नि के अनुसूचीके एक अलग कॉलम मे दिखाई जा सकती है।
- जब सा.भ.नि का राशि राजकोष में प्रत्येक अंशदाता से संबंधित पूर्ण विवरण पूरा नाम सटीक खाता संख्या, अंशदान, धनवापसी जमा हो जाता तो उसे चालान में ही रखा जा सकता है।
- नवीनतम सा.भ.नि की खाता पर्ची की प्रतिलिपि और अनुमोदन आदेश की एक प्रति सा.भ.नि से धन निकालने वाले बिल से जोड़ा जा सकता है।
- चूक या गलती, यदि कोई हो, तीन महीने के भीतर महालेखाकार उड़ीसा के ध्यान लाया जा सकता है। खाता पर्ची के निकासी कॉलम में कोई चूक होने पर विशेष सावधानी बरती जा सकती है। गलती हुई निकासी को महालेखाकार के ध्यान में लाने में विफल होने पर ग्राहकों के खाते में राशि माइनस हो सकता है जो सेवानिवृति के बाद कठिनाई का कारण बन सकता है।
- अंतिम भुगतान आवेदन अंशदाता की सेवानिवृति से पहले समय रहते प्राप्त किया जा सकता है।