राजस्थान में देश के भू-भाग का दसवां और जनसंख्या का पांच प्रतिशत हिस्सा है, तथापि, सतही जल संसाधनों में इसकी हिस्सेदारी दो प्रतिशत से कम है। राज्य की आबादी के लिए कृषि एक प्रमुख व्यवसाय है। राज्य की कुल सिंचित भूमि का 69 प्रतिशत नलकूपों और खुले कुओं के माध्यम से सिंचित है, जिससे भूजल पर भारी दबाव पड़ता है। इसके विपरीत कुल विशुद्ध सिंचित क्षेत्र में सतही सिंचाई का हिस्सा केवल 31 प्रतिशत था। इसलिए, सतही जल का सर्वोत्तम उपयोग, राज्य में अत्यधिक महत्व रखता है। भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक का यह प्रतिवेदन ‘राजस्थान में सतही सिंचाई के परिणामों’ की निष्पादन लेखापरीक्षा से उत्पन्न मामलों से संबंधित है।