लेखापरीक्षा और लेखा कार्यालयों में 1-3-84 में द्विभाजन के बाद, यह कार्यालय महालेखाकार (A & E) पंजाब, चंडीगढ़ के रूप में कार्य कर रहा है।

1989

  • कार्यालय के विभिन्न विंगों को नवनिर्मित भवन में स्थानांतरित कर दिया गया था।
  • राज्य सरकार के कर्मचारियों को पेंशन के प्राधिकार की प्रक्रिया का कम्प्यूटरीकरण शुरू किया गया था।

1991

  • मनोरंजन पुस्तकालय विभिन्न विषयों पर विभिन्न पुस्तकों से मिलकर स्थापित किया गया था।
  • कोषागार निरीक्षण का कार्य w.e.f. मुख्यालय के कार्यालय से आवंटन पर 1-4-1991

1994

  • TCrèche "ANINDITA" का उद्घाटन श्रीमती इंदिरा सोमैया द्वारा किया गया। इस कार्यालय की कामकाजी महिला स्टाफ सदस्यों के छोटे बच्चों की देखभाल के लिए 16 मार्च, 1994

1999

  • वीएलसी प्रणाली को लेखा के मैनुअल पोस्टिंग के स्थान पर पेश किया गया है और तब से कार्यालय कम्प्यूटरीकृत खातों को राज्य सरकार को भेज रहा है।
  • इस कार्यालय ने हर साल विभिन्न खेल क्षेत्रों जैसे हॉकी, क्रिकेट और वॉलीबॉल बैडमिंटन आदि में जोनल और इंटरजोनल टूर्नामेंट आयोजित किए।

2006

  • इस कार्यालय की वेबसाइट पर इंटरनेट पर उपलब्ध कराए गए राज्य सरकार के सेवानिवृत्त / कर्मचारियों के पेंशन मामलों की स्थिति।
  • नांगल और पटियाला के शाखा कार्यालयों को मुख्य कार्यालय में स्थानांतरित कर दिया गया।
  • मुख्यालय द्वारा स्थायी आधार पर राज्यों के संयुक्त वित्त और राजस्व लेखाओं के संकलन का काम इस कार्यालय को सौंपा गया। 

2011

  • सिस्टम ऑटोमेटेड इनिशिएटिव (SAI) पेंशन कार्यक्रम 25.07.2011 से महालेखाकार कार्यालय (लेखा एवं हकदारी), पंजाब, चंडीगढ़ के पेंशन विंग में शुरू किया गया था। पेंशन मामले और पंजाब सरकार के संशोधन मामलों के प्रसंस्करण के लिए SAI पेंशन कार्यक्रम लागू किया गया है। सेवानिवृत्त और इस कार्यालय के पेंशन विंग के सुचारू कामकाज के लिए भी। एसएआई पेंशन कार्यक्रम में पहली बार पेंशन, ग्रेच्युटी और कम्यूटेशन के वाउचर की पेयरिंग भी की जा रही है।