डॉ. गौरव कुमार

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

डॉ. गौरव कुमार 2009 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं। इनके पास एमबीबीएस की डिग्री और वित्तीय प्रबंधन में एमबीए की डिग्री है। ये प्रमाणित आंतरिक लेखापरीक्षक (सीआईए), प्रमाणित सूचना प्रणाली लेखापरीक्षक (सीआईएसए), प्रमाणित धोखाधड़ी परीक्षक (सीएफई), और प्रमाणित सूचना सुरक्षा प्रबंधक (सीआईएसएम) सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रमाणित पेशेवर हैं। इन्होंने 1 जनवरी, 2025 को पूर्वाह्न में महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), असम के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम के रूप में कार्यभार संभालने से पहले, इन्होंने आईसीआईएसए, नोएडा में प्रधान निदेशक (ओएसडी) के रूप में सेवाएं प्रदान की हैं। उनके पिछले कार्यों में भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के भीतर विभिन्न भूमिकाएं, साथ ही भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक और भारत सरकार के अधीन पद शामिल हैं।

श्री के एस गोपीनाथ नारायण

प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

श्री के एस गोपीनाथ नारायण 1996 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं। इन्होंने आईआईटी कानपुर से बी.टेक और एसएमयू से आईटी में एमएससी किया है। इनके पास प्रमाणित सूचना लेखापरीक्षक (सीआईए), प्रमाणित सूचना प्रणाली लेखापरीक्षक (सीआईएसए) और प्रमाणित धोखाधड़ी परीक्षक (सीएफई) जैसे विभिन्न पेशेवर प्रमाणपत्र हैं। इन्होंने 14.10.2022 के अपराह्न में महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), असम के रूप में पदभार ग्रहण किया। महालेखाकार (लेखापरीक्षा), असम के रूप कार्यभार ग्रहण करने से पूर्व, इन्होंने भारत और विदेशों में विभिन्न कार्यभार संभाले हैं, जिसमें भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक कार्यालय और राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंधन संस्थान, फरीदाबाद में प्रोफेसर के रूप में कार्य करना शामिल है, जहां इन्होंने लेखापरीक्षा, सांख्यिकी और डेटा एनालिटिक्स पढ़ाया। महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), असम के रूप में कार्यभार संभालने से ठीक पहले, इन्होंने महालेखाकार (लेखापरीक्षा), असम के रूप सेवाएं प्रदान की।

श्री गुलजारी लाल

प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

श्री गुलजारी लाल 1992 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं और इतिहास में एम.ए. हैं। इन्होंने पी.जी.डी.एच.आर.एम. और एम.बी.ए. भी किया है। इन्होंने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग (भा.लेप एवं ले.वि) में और प्रतिनियुक्ति पर विभाग के बाहर विभिन्न कार्यभार संभाले हैं। प्रतिनियुक्ति पर इन्होंने डीटीटीडीसी के वित्तीय सलाहकार और वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के व्यय विभाग के निदेशक के रूप में कार्य किया है। अपने वर्तमान कार्यभार से पहले ये केंद्रीय लेखापरीक्षा, मुंबई के महानिदेशक थे। इन्होंने 24.08.2020 के पूर्वाह्न में प्रधान महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम का पदभार संभाला।

 

श्री अब्दुल रऊफ

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

 

श्री अब्दुल रऊफ 1996 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं, तथा इन्होंने बिट्स-पिलानी से बीई (केमिकल इंजीनियरिंग) की डिग्री प्राप्त की है। इन्होंने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग (भा.लेप एवं ले.वि) में तथा विभाग के बाहर प्रतिनियुक्ति पर विभिन्न कार्यभार संभाले हैं। प्रतिनियुक्ति पर इन्होंने मध्य प्रदेश के एमपीएसईबी बोर्ड में ओएसडी (सुधार) के रूप में कार्य किया है। इन्होंने 17.10.2016 के पूर्वाह्न में महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम के रूप में कार्यभार संभाला।

 

श्री दीपक नारायण

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

 

श्री दीपक नारायण 1993 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं । इन्होंने 16.03.2015 के पूर्वाह्न में महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), असम का कार्यभार संभाला। महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी), असम के पद पर कार्यभार संभालने से पहले, इन्होंने भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक का कार्यालय, नई दिल्ली के साथ-साथ भारत सरकार में भी विभिन्न पदों पर कार्य किया है।

 

 

श्री केल्विन हैरिस खार्शिंग

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

 

अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर, आई.ए.ए.एस., 1991 बैच । 24 फरवरी 2015 से 16 मार्च 2015 तक अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया।

 

 

श्री शांतनु बसु

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

 

श्री शांतनु बसु 1984 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं। इन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय (1979) से इतिहास में बीए (ऑनर्स) और क्वींसलैंड विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया (1999-2000) से एमबीए किया है। इन्होंने 2006-09 में सार्वजनिक प्रबंधन में उच्च अध्ययन के लिए उत्तरी कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए में भी अध्ययन किया। श्री बसु ने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग (भा.लेप एवं ले.वि) और इसके बाहर भी विभिन्न पदों पर कार्य किया है। भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग के अंतर्गत इन्होंने प्रमुख बुनियादी ढांचे, सामाजिक सेवाओं, रक्षा, रेलवे, ऊर्जा, संस्कृति, राजस्व, सूचना, तथा अन्य मंत्रालयों/संगठनों का लेखापरीक्षा किया है। दक्षिण मध्य रेलवे, सिकंदराबाद (2000-2003) में प्रधान निदेशक, लेखापरीक्षा के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, श्री बसु ने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग की पहली पूर्णतः कार्यात्मक लैन और इंटरनेट वेबसाइट लॉन्च करने की पहल की। ये भूटान में आईटीईसी द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं के लिए एकमात्र लेखापरीक्षक भी थे (2004-06)। प्रतिनियुक्ति पर, ये केंद्रीय स्टाफिंग योजना के अंतर्गत वाणिज्य मंत्रालय में टी बोर्ड इंडिया के वित्तीय सलाहकार और मुख्य लेखा अधिकारी (1995-98) तथा कैबिनेट सचिवालय में लेखा निदेशक (2004-06) थे। अपने वर्तमान कार्यभार से पहले, श्री बसु रेल मंत्रालय के प्रधान निदेशक/महानिदेशक के समकक्ष थे। इन्होंने 2010 में विश्व स्वास्थ्य संगठन के अफ्रीका क्षेत्रीय कार्यालय और एक प्रमुख कंट्री कार्यालय का भी लेखापरीक्षा किया है। श्री बसु के नाम द स्टेट्समैन और बिजनेस स्टैंडर्ड जैसे राष्ट्रीय समाचार पत्रों में कई लेख हैं।

 

श्री मोहिंदर सिंह

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

 

श्री मोहिंदर सिंह 1984 बैच भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं, तथा पंजाब विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एम.ए. हैं। इन्होंने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग (भा.लेप एवं ले.वि) में तथा विभाग के बाहर प्रतिनियुक्ति पर विभिन्न कार्यभार संभाले हैं। प्रतिनियुक्ति पर इन्होंने उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड, पंचकूला के निदेशक (वित्त) बोर्ड के रूप में कार्य किया है। अपने वर्तमान कार्यभार से पहले इन्होंने अगस्त 2009 से लेकर 22.11.2010 की अपराह्न को महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम का कार्यभार संभालने तक, प्रधान निदेशक लेखापरीक्षा, रक्षा सेवाएं, चंडीगढ़ के रूप में कार्य किया है।

 

श्री पिनुएल बासुमतारी

महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम

 

श्री पिनुएल बसुमतारी 1983 बैच के भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा सेवा (भा.लेप एवं ले.से) के अधिकारी हैं, तथा इन्होंने नॉर्थ-ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी, शिलांग से अंग्रेजी साहित्य में एम.ए. किया है। इन्होंने भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग (भा.लेप एवं ले.वि) में तथा विभाग के बाहर प्रतिनियुक्ति पर विभिन्न कार्यभार संभाले हैं। प्रतिनियुक्ति पर इन्होंने वित्त मंत्रालय, भारत सरकार में व्यय विभाग में (1996-2000) तथा उसके बाद मई 2000 से असम राज्य विद्युत बोर्ड (एएसईबी) में सदस्य (वित्त) के रूप में कार्य किया है, तथा 31.07.2006 के अपराह्न को महालेखाकार (लेखा एवं हकदारी) असम का कार्यभार संभालने तक कार्य किया है।