प्रधान महालेखाकार (ले एवं ह) -I, मध्य प्रदेश, कोषालयों के लेन-देन की नमूना जाँच करने, खातों और अन्य अभिलेखों के रखरखाव का सत्यापन करने के लिए कोषालायो का आवधिक निरीक्षण करेगा। निरीक्षण के दौरान देखी गई अनियमितताओं को शामिल करते हुए निरीक्षण रिपोर्ट तैयार किया जाता है। अनुपालन के लिए सभी निरीक्षण रिपोर्ट संबंधित जिला कोषालय और संचालक कोष एवं  लेखा को जारी की जाएगी।  कोषालय अधिकारी अपनी प्राप्ति के एक पखवाड़े के भीतर पोस्ट ऑडिट आपत्तियों का निपटारा करेगा और आवधिक निपटान देखने के लिए पोस्ट ऑडिट रजिस्टर बनाए रखेगा।

मध्य प्रदेश राज्य के कोषालय और उप-कोषालय, संचालक कोष एवं लेखा (DTA) के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य करते हैं, जो राज्य सरकार के वित्त विभाग द्वारा नियंत्रित किया जाता है।

कोषालयीन कार्य प्रणाली पर वार्षिक समीक्षा:

एक समेकित रिपोर्ट , निरीक्षण के दौरान देखी गई अनियमितताओं और विसंगतियों को उजागर करने के लिए कोषालयीन कार्य प्रणाली पर वार्षिक समीक्षा रिपोर्ट हर साल तैयार की जाती है।