शासकीय लेखे निम्नलिखित तीन भागों में रखे जाते हैं

समेकित निधिराजस्व एवं पूंजीगत लेखाओं की प्राप्तियां एवं व्यय, लोक ऋण और उधार एवं अग्रिम,अन्तर्राज्यीय परिशोधन, आकस्मिकता निधि को विनियोग

आकस्मिकता निधिबजट में उपबन्धित न किये गये अनवेक्षित व्यय की पूर्ति हेतु। इस निधि से किये गये व्यय की प्रतिपूर्ति बाद में समेकित निधि से की जाती है।

लोक लेखा इसमें  ऋण, जमा, पेशगियां, प्रेषण और उचंत से संबंधित लेन-देन शामिल हैं। ऋण एवं जमा शासन के पुनर्भुगतान दायित्व को निरूपित करते हैं। पेशगियां सरकार की प्राप्ति योग्य राशियां हैं। प्रेषण एवं उचंत लेन-देन समायोजनीय प्रविष्टियां हैं जिन्हें अन्ततः लेखे के अंतिम शीर्ष में दर्ज कर शोधित किया जाता है।