राज्य स्तर पर इस निकाय के गठन का उद्देश्य, विभिन्न क्षेत्रों के वरिष्ठ प्रबंधन और अनुभवी पेशेवरों के बीच पेशेवर चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करके, अब तक सही दिशा में है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भी लेखापरीक्षा जारी रहेगा। । चर्चा के माध्यम से, हम लेखापरीक्षा के दृष्टिकोण के लिए लेखापरीक्षा दृष्टिकोण और तकनीक के लिए सुझाव के साथ लेखापरीक्षा के कवरेज, गुंजाइश और प्राथमिकता के संबंध में प्राप्य / सामयिक मार्गदर्शन के लिए तत्पर है

 

वर्तमान SAAB (2019-21) का कार्यकाल 2 वर्ष है।

1. अध्यक्ष: श्रीमती यशोधरा राय चौधरी, प्रधान महालेखाकार (आर्थिक और राजस्व क्षेत्र  

    लेखापरीक्षा),

2. पदेन सदस्य: श्री बिभूदत्त बसंतिया, महालेखाकार (सामान्य और सामाजिक क्षेत्र

    लेखापरीक्षा)

निम्नलिखित विशिष्ट सदस्यों को वर्तमान बोर्ड के बाहरी सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है।

(i) सुश्री सुभाश्री दास, वर्तमान में निदेशक, सामाजिक विकास संस्थान, स्वाधिकर मंच की संयोजक, ओडिशा राज्य की महिला शक्ति संयोजन की संयोजिका, फोरम टू एंगेज मैन की संयोजिका, प्रबंधक न्यासी, लॉरेल्टर प्रेस ट्रस्ट की संयोजक के रूप में कार्य कर रही है ।।

डॉ. अरबिंदो बेहेरा, आईएएस (सेवानिवृत्त) वर्तमान में फेरो स्क्रैप निगम लिमिटेड में स्वतंत्र निदेशक के रूप में, इस्पात मंत्रालय के तहत एक पीएसयू और नाल्को के स्वतंत्र बाहरी परिवीक्षक के रूप में काम कर रहे हैं ।

(ii) प्रो. (डॉ.) एस. एन. मिश्रा, 2012 में प्र. सीडीए (नौसेना) के रूप में आईडीएएस से सेवानिवृत्त । वर्तमान में स्कूल ऑफ लॉ एंड मैनेजमेंट, केआईआईटी, भुवनेश्वर में अर्थशास्त्र, संवैधानिक कानून और सेवा कानून पढ़ा रहे हैं ।

(iii) प्रो. (डॉ.) बासुदेव छतोई, पूर्व अध्यक्ष, उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद, ओडिशा । वर्तमान में अ.जा. एवं अ.ज. विकास विभाग के अंतर्गत राज्य सह-समन्वयक, अन्वेषा समवर्ती निगरानी और मूल्यांकन प्रकोष्ठ, अ.जा. एवं अ.ज. अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (SCSTRTI) में कार्यरत् हैं।

(iv) सीए सुग्यान कुमार साहू, एक साथी चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं एवं बैंकिंग, परियोजना वित्तपोषण, निजी, सार्वजनिक और गैर लाभ क्षेत्र में कई तरह ले सम्मिलित हैं।

(v) इं. जानकी बल्लवा महापात्रा, इंजीनियर-इन-चीफ के रूप में जल संसाधन विभाग, ओडिशा से सेवानिवृत्त।

(vi) डॉ. लाला अश्विनी कु. सिंह, पिछले 40 वर्षों से वन्यजीव और जैव विविधता पर शोधकर्ता। उनके अध्ययन में मुख्य रूप से मगरमच्छ, बाघ और हाथी शामिल हैं

(vii) श्री रबी दास, ओडिया समाचार पत्र ‘पर्यवेक्षक’ के वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व मुख्य संपादक। खनन घोटाले का खुलासा करने में सक्रिय भूमिका निभाई ।

(viii) डॉ. (प्रो.) सैमसन मोहराना, उत्कल विश्वविद्यालय (वाणिज्य) के पूर्व प्रोफेसर और एचओडी, राज्य वित्त आयोग के पूर्व सदस्य। बिरला स्कूल ऑफ कॉमर्स के वर्तमान प्रोफेसर और अध्यक्ष ।

(ix) डॉ. एनडी मोहंती, ओडिशा अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के पूर्व सीनियर वैज्ञानिक, झीलों / पर्यावरणीय निगरानी / जल गुणवत्ता विशेषताओं, रिमोट सेंसिंग एडेड अध्ययन और डीजीपीएस सर्वे के पर्यावरण निगरानी में कार्य करने का अनुभव।

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