दीपक रघु, भा.ले.प. एवं ले.से.
वरि. उपमहालेखाकार ( ले.प.प्रबं.स.-IV, लेप.प्रबं.स.- V और प्रशासन)
दीपक रघु भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा के 2010 बैच के एक अधिकारी हैं।
वह भारतीय तकनीक संस्थान (NIT) सुरथकाल से कंप्यूटर इंजीनियरिंग स्नातक है, और भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) बैंगलोर से परास्नातक है।
सरकारी सेवा में आने से पहले, उन्होंने बीएनपी पेरीबास, हांगकांग के निवेश बैंकिंग विभाग और एक्सेंचर, मुंबई में वित्तीय सेवा परामर्श अभ्यास और एक्सेंचर, गुड़गांव में रणनीति परामर्श अभ्यास में काम किया था।
सरकारी सेवा में शामिल होने के बाद, उन्होंने नेशनल अकादमी ऑफ़ ऑडिट एंड एकाउंट्स, शिमला में अपना प्रशिक्षण पूरा किया। इसके बाद, उन्होंने ओडिशा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश राज्यों में 8 वर्षों तक उपमहालेखाकार के पद पर कार्य किया, जिसमें संपूर्ण लेखापरीक्षा से संबंधित जिम्मेदारियां थीं।
राज्य सरकार के विभाग जैसे राजस्व और आपदा प्रबंधन, वित्त, गृह, विधि, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी आदि।
सामाजिक क्षेत्र की योजनाएँ जैसे कि MGNREGS, NRHM, IAY आदि।
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम जैसे एनटीपीसी, भेल, एनएचएआई आदि।
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र संगठन, न्यूयॉर्क में बाह्य लेखापरीक्षक के रूप में, यूएन बोर्ड ऑफ ऑडिटर्स (भारत के सीएजी द्वारा अध्यक्षता) द्वारा तैनात टीमों के हिस्से के रूप में भी काम किया है । इन कार्यों का फोकस संयुक्त राष्ट्र संघ की ईआरपी प्रणाली (उमोजा) के हिस्से के रूप में लागू किए गए अनुप्रयोग नियंत्रणों का लेखा-जोखा था।
अपने नियमित कर्तव्यों के अतिरिक्त उन्हें वित्तीय विवरणों और सरकारी खातों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सीखने के सत्रों को सुविधाजनक बनाया एवं भारत के प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज, एमसीआर एचआरडी संस्थान, हैदराबाद में, अंतर्राष्ट्रीय सूचना केंद्र में प्रणाली लेखापरीक्षा, नोएडा में एवं भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा विभाग के विभिन्न क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थानों में अतिथि संकाय के रूप में कार्य किया है।
मनलिका बोर्गोहैन, भा.ले.प. एवं ले.से.
उप महालेखाकार (अध्ययन अवकाश पर)
तान्या अम्बस्थI, भा.ले.प. एवं ले.से.
उप महालेखाकार (ले.प.प्रबं.स.-I)
तान्या अम्बस्थI भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा के 2020 बैच की अधिकारी हैं। वह बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक हैं। सरकारी सेवा में आने से पहले, उन्होंने गुड़गांव में सैपिएंट कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड के साथ एसोसिएट टेक्नोलॉजी के रूप में काम किये थे। वह एलबीएसएनएए, मसूरी में 95वें एफसी का हिस्सा थीं और उन्होंने नेशनल एकेडमी ऑफ ऑडिट एंड अकाउंट्स, शिमला में अपना प्रशिक्षण पूरा किये है। उन्होंने दिल्ली में सीएजी मुख्यालय कार्यालय के मध्य क्षेत्र विंग में सहायक निदेशक के रूप में भी काम किये है।
सचिन कृष्ण कौशिक, भा.ले.प. एवं ले.से.
उप महालेखाकार (ले.प.प्रबं.स.- II)
सचिन कृष्ण कौशिक भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा के अधिकारी हैं। वह दिसंबर 1988 में सरकारी सेवा में शामिल हुए। वह बैंगलौर विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक हैं।
विमलेश कुमार, भा.ले.प. एवं ले.से.
उप महालेखाकार (ले.प.प्रबं.स.- III)
विमलेश कुमार भारतीय लेखा परीक्षा और लेखा सेवा के 2021 बैच के अधिकारी हैं। वह अगस्त 1992 में एक अनुभाग अधिकारी के रूप में सरकारी सेवा में शामिल हुए। वह पटना विश्वविद्यालय से वाणिज्य स्नातक हैं। उन्होंने आईसीडब्ल्यूए (इंटर) भी पास किया। आईए और एएस के रूप में नामांकन से पहले, उन्होंने असम, मेघालय, त्रिपुरा, पीडीसीए, रांची, एमएबी-IV, कोलकाता और डीजीए माइंस, कोलकाता के एजी कार्यालयों में काम किया है।