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बाह्य लेखापरीक्षकों का यूएन पैनल

भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक को वर्ष 2020 के लिए बाह्य लेखापरीक्षकों के यूएन पैनल के अध्‍यक्ष के रूप में चुना गया है। पूर्व में भी नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक दिसम्‍बर 2011 से दिसम्‍बर 2013 तक पैनल के अध्‍यक्ष रहे हैं और 2019 में उपाध्‍यक्ष रहे।

1959 में संयुक्‍त राष्‍ट्र सामान्‍य सभा ने बाह्य लेखापरीक्षकों का पैनल स्‍थापित किया जिसमें संयुक्‍त राष्‍ट्र सिस्‍टम के अलग अलग बाह्य लेखापरीक्षक शामिल थे, जो सर्वोच्‍च लेखापरीक्षा संस्‍थाओं के अध्‍यक्ष भी हैं। पैनल के सदस्‍य एक चालू आधार पर अनुभवों और कार्यप्रणालियों का आदान-प्रदान करते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पूरे संयुक्‍त राष्‍ट्र सिस्‍टम में बाह्य लेखापरीक्षा पद्धतियों में जहां तक संभव हो एकरूपता बनी रहे।

पैनल के सदस्‍य संगठन के संसाधनों के उचित उपयोग और उनके मितव्‍ययी, दक्ष और प्रभावी उपयोग के सम्‍बन्‍ध में सदस्‍य राज्‍यों और अन्‍य पणधारकों को स्वतंत्र आश्‍वासन प्रदान करते हैं। वे संगठनों को उनके प्रचालनों और उनके आंतरिक नियंत्रण कार्यकलापों में सुधार करने के लिए सहायता करने में भी एक महत्त्‍वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। पैनल के सदस्‍यों के निष्‍कर्षों और सिफारिशों को गम्‍भीरता से लिया जाता है और समय से और प्रभावी कार्यान्‍वयन को सुनिश्चित करने के लिए सिफारिशों की प्रास्थिति की सघन मानटरिंग की जाती है। इस प्रकार, पैनल के सदस्‍य संयुक्‍त राष्‍ट्र के चार्टर को पूर्ण करने के लिए महत्त्‍वपूर्ण रूप से योगदान करते हैं।

बाह्य लेखापरीक्षकों के यूएन पैनल की वेबसाईट है: https://www.un.org/en/auditors/panel/