संगठनात्मक संरचना

शाखा कार्यालय (शा.का.) पुदुचेरी का नेतृत्व वरिष्ठ उप महालेखाकार (व.उमले ) करते हैं।

शाखा कार्यालय में तीन पुदुचेरी शाखा अनुभाग (पीबीएस) हैं। वे पीबीएस-I, पीबीएस-II और पीबीएस-III हैं जिनका नेतृत्व वरिष्ठ लेखापरीक्षा अधिकारी (व.लेप.अ.)/मुख्यालय करते हैं। डीपी कक्ष अनुभाग का नेतृत्व व.लेप.अ.-डीपी कक्ष द्वारा किया जाता है।

कार्य

पुदुचेरी शाखा अनुभाग (पीबीएस-I) का कार्य, कार्यालय प्रबंधन, लेखापरीक्षा कार्यक्रम के अनुसार प्राप्त किए गए निरीक्षण रिपोर्ट जारी करने और उनका अनुसरण से संबंधित है। यह अग्रदाय लेखों के रख-रखाव, माल सूची प्रबंधन, स्टाफ क्वार्टर और राजभाषा के कार्यान्वयन से भी संबंधित है। इसके अलावा, यह अनुभाग पांडिचेरी संघ शासित प्रदेश की कानूनी सेवा प्राधिकरण (यूटीपीएलएसए) और पांडिचेरी भवन और अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड (पीबीसीडब्ल्यूडब्ल्यूबी)  के लेखों की लेखापरीक्षा भी करता है। इन लेखापरीक्षाओं को डीपीसी अधिनियम की धारा 19 (2) के तहत किया जाता है। इन संगठनों की अलग लेखापरीक्षा रिपोर्ट (एसएआर) को अंतिम रूप देकर जारी किया जाता है। केंद्र प्रायोजित योजनाओं (सीएसएस) और बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए लेखापरीक्षा प्रमाणपत्र इस अनुभाग से जारी किए जाते हैं।

पीबीएस-II का कार्य शाखा कार्यालय के प्रशासन से संबंधित है। शाखा कार्यालय के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत लेखापरीक्षा इकाइयों की पहचान और ऑडिट यूनिवर्स के डाटाबेस का रखरखाव यहाँ किया जाता है। वर्तमान में, शाखा कार्यालय वस्तु और सेवा कर, पंजीकरण, परिवहन और उत्पाद शुल्क के विभागों को छोड़कर पुदुचेरी के सभी विभागों को समाविष्ट करता है। यह कर्मचारियों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए वार्षिक लेखापरीक्षा योजना तैयार करता है। स्थानीय लेखापरीक्षा के लिए त्रैमासिक दौरे कार्यक्रमों को यहां अंतिम रूप दिया जाता है।

स्थानीय लेखापरीक्षा दलों द्वारा प्रस्तुत मसौदा निरीक्षण रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जाता है और उसे अपनाया जाता है। डीपीसी अधिनियम की धारा 19 के तहत प्रमाणन लेखापरीक्षा के लिए लेखापरीक्षा शुल्क की मांग की जाती है और उसे पाने की कोशिश की जाती है। यह मुख्य कार्यालय को देय सभी मासिक/त्रैमासिक/अर्धवार्षिक/वार्षिक विवरणियाँ प्रस्तुत करता है।

 

पीबीएस-III  अनुभाग का कार्य लोक निर्माण विभाग सहित केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी में सभी विभागों से संबंधित वाउचरों की केंद्रीय लेखापरीक्षा से संबंधित है। चयनित और प्राप्त वाउचरों की लेखापरीक्षा किया जाता है और जहां आवश्यक हो वहां नमूना लेखापरीक्षा टिप्पणी (टीएएन) जारी किए जाते हैं और लेखापरीक्षा अभ्युक्तियाँ जारी किए जाते हैं और उनका अनुसरण किया जाता है। यह अनुभाग केंद्रशासित प्रदेश पुदुचेरी से प्राप्त मंजूरी आदेशों की समीक्षा करता है।

डीपी कक्ष

ड्राफ्ट पैराग्राफ में उन्हें विकसित करने के लिए संभावित ड्राफ्ट पैराग्राफों की पहचान, आवश्यक मुख्य दस्तावेजों के संग्रह के बाद तथ्यात्मक टिप्पणी जारी करना, केंद्र शासित सरकार द्वारा संकलित वित्त और विनियोग लेखों की जांच, केंद्र शासित प्रदेश की वित्त लेखापरीक्षा रिपोर्ट के लिए सामग्री का संग्रह और समेकन, सामग्री/विवरण प्रस्तुत करना , जारी किए गए मसौदा पैराग्राफों पर रिपोर्ट अनुभाग को स्पष्टीकरण और निष्पादन/विषयगत लेखापरीक्षा करने हेतु विषयों का चयन। यह लोक लेखा समिति द्वारा लेखापरीक्षा प्रतिवेदनों पर चर्चा से संबंधित मामलों के संबंध में रिपोर्ट अनुभाग और पुदुचेरी विधानसभा सचिवालय के बीच संपर्क का कार्य भी करता है।

स्थानीय लेखापरीक्षा दल (एलएपी)

वर्तमान में फील्ड ऑडिट करने के लिए सात स्थानीय लेखापरीक्षा दल गठित किए गए हैं। ये लेखापरीक्षा दल निम्नलिखित प्रकार की लेखापरीक्षा करने के लिए लगे हुए हैं।

  • अनुपालन लेखापरीक्षा- यह आकलन करना कि किस हद तक नियमों और विनियमों का पालन किया गया है (लेन-देन की लेखापरीक्षा)।
  • निष्पादन लेखापरीक्षा:- निष्पादन लेखापरीक्षा, जिस सीमा तक एक संगठन, कार्यक्रम या योजना आर्थिक रूप से, कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से संचालित होती है की एक स्वतंत्र मूल्यांकन या जांच होती     है।
Back to Top