श्रीमती शेफाली श्रीवास्तव अंदलीब
महालेखाकार (लेखापरीक्षा)
श्रीमती शेफाली श्रीवास्तव अंदलीब ने 10 अगस्त 2020 को महालेखाकार (लेखापरीक्षा) मेघालय का पदभार ग्रहण किया।
श्रीमती शेफाली एस. अंदलीब 1999 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली से अर्थशास्त्र में एम. फिल. के मास्टर पूरा करने के तुरंत बाद भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा सेवा में आ गईं । उनके आईए एंड एएस में आने के बाद से, उन्होने नागपुर और मुंबई स्थित भारतीय लेखापरीक्षा और लेखा विभाग के निदेशक लेखापरीक्षा मे उप महालेखाकार एवं वरिष्ठ उप महालेखाकार के पद संभाले हैं । उन्होंने भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक के मुख्यालय दिल्ली में प्रधान निदेशक (2015-2019) के रूप में कार्य किया । महालेखाकार (लेखापरीक्षा) मेघालय के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पहले, वह कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग प्राधिकरण में कार्यकारी निदेशक के रूप में सेवारत थीं ।
2010-2015 के दौरान उन्हे ओस्लो, नॉर्वे में इंटोसोई डेव्लपमेंट इनिसियटिव (आईडीआई) के मुख्यालय मे भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक द्वारा नामित किया गया था, जहाँ वह दक्षिणी अफ्रीका, कैरिबियाई, लैटिन अमेरिका और एशिया के कई कम विकसित / विकासशील देशों में सार्वजनिक वित्त और लेखापरीक्षा क्षमता विकास मिशन में बड़े पैमाने पर शामिल थी । 2016 में उन्हे सार्वजनिक क्षेत्र के लेखापरीक्षकों के लिए मानक के निर्धारक के अंतरराष्ट्रीय निकाय, इंटोसोई प्रोफेशनल इंश्योरेंस (एफआईपीपी) के लिए फोरम के अध्यक्ष के तकनीकी सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था । उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और यूनिसेफ के लेखापरीक्षा से जुड़े कई अन्य अंतर्राष्ट्रीय कार्य किए हैं । 2019 के दौरान, वह न्यूयॉर्क में यूनिसेफ मुख्यालय के वित्तीय और अनुपालन लेखापरीक्षा की टीम लीडर थीं ।
श्रीमती शेफाली एस. अंदलीब को सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन और सार्वजनिक क्षेत्र के लेखा परीक्षा के क्षेत्र में व्यापक व्यावहारिक ज्ञान के साथ मानक के निर्धारण और क्षमता विकास के क्षेत्र में एक विशाल अनुभव है । वह एक आईडीआई प्रमाणित प्रशिक्षण विशेषज्ञ है।
श्रीमती अंदलीब का विवाह भारतीय रेल यातायात सेवा के अधिकारी श्री एसएमए रज़ी से हुआ है।